छिंदवाड़ा. छिंदवाड़ा में रविवार से दो दिवसीय कॉर्न फेस्टिवल का आरंभ हुआ। इसमें 2.75 लाख बच्चों ने पेंटिंग्स बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। गोल्डन बुक के अधिकारी आलोक कुमार ने रिकार्ड का सर्टिफिकेट प्रदान किया। इनमें से 12 सबसे अच्छी पेंटिंग्स के आधार पर तैयार किए गए कैलेंडर को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लांच किया। 10 हजार पेंटिंग मुख्य कार्यक्रम हाल की दीवारों पर प्रदर्शित की गईं। मुख्यमंत्री ने मक्का किसानों के लिए इको एप लांच किया, इसमें खेती के उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
छिंदवाड़ा में कार्न फेस्टिवल को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा पहले छिंदवाड़ा खेती के क्षेत्र में, उद्योग के क्षेत्र में मप्र में सबसे पीछे था। छिंदवाड़ा जिले के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से छिंदवाड़ा को सोयाबीन मिशन (ऑयल सीड्स) से जोड़ने का आग्रह किया था, जिसके बाद सोयाबीन उत्पादन में छिंदवाड़ा नम्बर वन रहा। बाद में सोयाबीन का उत्पादन कम होने लगा।
ऐसे हुई मक्का क्रांति
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, "मक्का आदिवासी क्षेत्र में बोया जाता था, उस समय मक्का का भाव नहीं था। मैंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जानकारी जुटाई तो अहसास हुआ कि मक्का की खेती में भविष्य है। इस खेती को मैंने बढ़वा देना शुरू किया। देश मे 50 प्रतिशत बाजार खेती पर टिका है। सभी व्यापार और अर्थ व्यवस्था कृषि पर टिकी है। केवल उत्पादन से काम नहीं चलेगा। पहले उत्पादन बढ़ाने की चुनौती थी, आज उत्पादन के साथ उद्योग की जरूरत है। छिंदवाड़ा नम्बर 1 बना मुझे खुशी है। आज नई तकनीक का इस्तेमाल किसानों ने मक्का क्रांति कर दी। जिले में कृषि और उद्यानिकी कॉलेज खुल रहे हैं। मेरा सपना है गांव में किसान जीन्स और टी शर्ट पहनकर खेती करें।
गूगल करने पर सबसे पहले छिंदवाड़ा ही आता है
छिंदवाड़ा के सांसद नकुलनाथ ने कहा की मक्का अब सिर्फ मक्का नहीं है। ये स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न और कॉर्न फ्लेक्स में बदल चूका है। ये पहचान यूं ही नहीं बनी इसके पीछे छिंदवाड़ा के किसानों की मेहनत है। उत्पादन के मामले में देश में नम्बर एक पायदान हासिल किया है। किसानों को अब मक्के का भाव भी काफी अच्छा मिल रहा है। हम अभी किसानों को मक्के का 2000-2100 रुपए क्विंटल भाव दे रहे हैं। इसे बहुत जल्दी 2500 रुपये तक ले जाया जाएगा। अगर आप गूगल पर कॉर्न सिटी टाइप करते हैं तो सबसे पहले छिंदवाड़ा का नाम ही सामने आता है। ये हमारे किसानों की सफलता है।
तीन लाख हेक्टेयर में बोया जा रहा है मक्का
छिंदवाड़ा के विधायक दीपक सक्सेना ने कहा की देश में मध्यप्रदेश और राज्य में छिंदवाड़ा मक्का उत्पादन में पहले पायदान पर पहुंच गए हैं। अब छिंदवाड़ा के किसान 3 लाख हेक्टेयर जमीन पर मक्के की खेती करते हैं। इसे उन्नत बनाने के लिए हम किसानों को नई से नई तकनीक उपयोग में लाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करते हैं।