कश्मीर / रामबन में मुठभेड़ में 3 आतंकी मारे गए; सेना का जवान शहीद, 2 पुलिसकर्मी जख्मी



  • आतंकियों ने सुबह जम्मू-किश्तवाड़ हाईवे पर एक बस को रोकने की कोशिश की थी

  • श्रीनगर में तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंके थे


श्रीनगर.  दैनिक भास्कर में छपी जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में सुरक्षाबलों ने शनिवार को मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया। पुलिस के मुताबिक, बटोट इलाके में 5 आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इनमें से तीन एक घर में छिप गए थे। आतंकियों ने एक नागरिक को बंधक बना लिया। इसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने इलाके की घेराबंदी कर अभियान चलाया। करीब चार घंटे चली मुठभेड़ के बाद बंधक को छुड़ा लिया गया।


जम्मू के आईजी मुकेश सिंह ने बताया कि बटोट बाजार में दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुई मुठभेड़ खत्म हो गई है। तीन आतंकी मारे गए। घर में अब कोई बंधक नहीं है। गोलीबारी में सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सुबह कुछ आतंकियों ने जम्मू-किश्तवाड़ हाईवे पर एक बस को रोकने का प्रयास किया था। लेकिन ड्राइवर बस दौड़ाता हुआ सेना की नजदीकी चौकी पर पहुंचा और आतंकियों के बारे में सूचना दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने रामबन, डोडा और गांदरबल इलाके में तलाशी अभियान चलाया। दूसरी ओर, आतंकियों ने श्रीनगर में हाईवे के पास सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड से हमला भी किया।


बस रोकने वाले आतंकी भागकर घर में छिपे: चश्मदीद
बटोट के स्थानीय नागरिक ने बताया कि बस रोकने का प्रयास करने वाले आतंकी सिविल ड्रेस में थे, उनके हाथों में बंदूकें थीं। वे फायरिंग करते हुए बटोट की ओर भाग निकले और यहां बाजार में स्थित एक घर में घुस गए। इस दौरान परिवार के कई सदस्य बाहर आ गए, लेकिन आतंकियों ने घर के मुखिया को बंधक बना लिया।


श्रीनगर में एहतियातन लाल चौक सील


सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को श्रीनगर के लाल चौक को सील कर दिया था। अधिकारियों के मुताबिक, जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों और प्रार्थना स्थलों पर काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इस दौरान कानून व्यवस्था संबंधी किसी प्रकार की समस्या पैदा न हो इसलिए एहतियात बरतते हुए यह कदम उठाया गया। इससे पहले गुरुवार शाम एक नागरिक का वाहन दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद नाराज भीड़ ने बारामूला जिले में पट्‌टन के निकट सीमा सुरक्षा बल के वाहन में आग लगा दी थी।


5 अगस्त को पहली बार कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंध


कश्मीर में पहली बार प्रतिबंध 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लगाया गया था। स्थिति में सुधार आने के बाद चरणबद्ध तरीके से कश्मीर के कई इलाकों से प्रतिबंध हटाए भी गए। कुछ स्थानों पर संचार सेवाएं भी बहाल की गई हैं। प्रशासन शुक्रवार को होने वाले आयोजनों पर विशेष नजर रख रहा है ताकि आतंकी इसका गलत फायदा न उठा सकें। 



Popular posts
कोरोनावायरस / दक्षिण कोरिया ने नया फुटबॉल सीजन रद्द किया; अब तक 7 की मौत, 763 मामलों की पुष्टि
हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई करेगी दिल्ली सरकार, बच्चों को देगी मुफ्त किताबें और यूनिफॉर्म
देश में पहली बार गर्भावस्था में पहनावे, खानपान की होगी पढ़ाई, लखनऊ यूनिवर्सिटी शुरू करेगा 'गर्भ संस्कार' में डिप्लोमा कोर्स
सेंसेक्स में एक दिन की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट, छह कारोबारी दिनों में बीएसई का एमकैप 11.5 लाख करोड़ कम हुआ
हाईकोर्ट ने शासन को निर्देश दिए और आमजन को सुझाव- ‘प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन पर रोक लगाएं’